यीशु तुम्हें बुला रहा
यीशु तुम्हें बुला रहा एक नज़र तो मोड़ लो क्यों ये गुनाह लिये चले इनको यहीं पर छोड़ दो रुक कर जरा तो सोचो तुम मरने के बाद होगा क्या -2 मिली तुम्हे जो जिन्दगी तो प्रभु को उस से दोगे क्या ले तो तुम नई जिन्दगी नक्शे कदम तो मोड़ लो क्यों ये गुनाह …