तेरी इच्छा पूरी हो जाये
तेरी इच्छा पूरी हो जाये हाथों में तेरे, जीवन है ये मैं मिट्टी हूँ, तू है कुम्हार मुझको उठा, मुझको बना अपनी मर्जी पर मैं चलता रहा तुझको कभी भी अपना ना कहा लेकिन प्रभु आज से मैं तेरे क्रूस को ले लेता हूँ तेरी इच्छा… मुश्किलों के सागर में नैया मेरी डूब रही खेवनहार …