प्रभु महान, विचारूं कार्य तेरे
प्रभु महान, विचारूं कार्य तेरे कितने अद्भुत, जो तूने बनाये देखूँ तारे, सुनूँ गर्जन भयंकर सामर्थ तेरी, सारे भूमण्डल पर, प्रशंसा होवे प्रभु यीशु की कितना महान, कितना महान वन के बीच में, चराई मध्य में विचरूँ, मधुर संगीत, मैं चिड़ियों का सुनूँ पहाड़ विशाल, से जब मैं नीचे देखूँ, झरने बहते लगती शीतल वायु, …