क्रूस उठाकर, खून बहाकर
क्रूस उठाकर, खून बहाकर तुमने किया हमें प्यार, यीशु तुमने दिया उद्धार सृष्टिकर्ता, हमारे घर आये, ज्योति जगत में लाये – 2 यीशु, फिर भी न हम पहचाने क्रूस उठाकर… कोड़े लिये तुमने, कपड़े फाड़े हमने, कांटों को ताज पहनाये . 2 यीशु, फिर भी न हम पछताये, क्रूस उठाकर… कुचला सताया, झूठा ठहराया विश्वास …