छू मुझे छू

छू मुझे छू खुदा रूह मुझे छू मेरी जाँ को, मेरी रूह को मेरे बदन को छू छू, मुझे छू खुदा रूह मुझे छू मिट्टी को कुम्हार जैसे हाथों से अपनी सवाँरे यूँ ही कलामे खुदावंद गूंधे हमें और निखारे धो, मुझे धो खुदा रूह मुझे धो मेरी जाँ को, मेरी रूह को मेरे बदन …

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