प्रार्थना में जो कुछ मांगा
पूरा करो अरमान
सारी खताएं माना करूँ मैं
तेरा करूँ अब ध्यान
दिल में धीमी आवाज आई
अपने गुनाहों को मान
जान लिया मैंने आवाज उसकी
जिसका किया अपमान
प्रार्थना में…
ईमान लाये जिस पर मसीहा
आये तुम्हारे पास
माफ करो अब पाप हमारे
कर दो लहू से साफ
प्रार्थना में…
जाना सभी को आखिर वहाँ है
होगा जहाँ इंसाफ
धो दे दिलों को आज हमारे
कर दे लहू से साफ
प्रार्थना में…