मेरी लाश को तूने जान दी
मुझे बख्श दी नई जिन्दगी
तेरा शुक्रिया ऐ मेरे मसीह
तेरी मौत है मेरी जिन्दगी
मैं गुनाहों का ओढ़े कफन
अपनी खताओं में था दफन
जब जिन्दगी मेरी मौत थी
तूने बख्श दी है सलामती
भटका फिरा मैं फिक्र से
लिया काम तूने है सब्र से
अपनों ने जब बेगानी की
तब तू हुआ है मेरा मसीह