मेरे मन कर ले तारीफ़
तारीफ के योग्य प्रभु है
उसने किये हैं बड़े बड़े काम
उसकी हो महिमा हमसे सदा
भेंट जो तुम लाये हो
कर लो उसे तुम दान
दिल से चढ़ायें मिल कर हम
धन्यवादों के ये बलिदान
भेड़ों और बैलों से
बेहतर ये बलिदान
दिल से …
तारीफों में विराजमान
प्रभु है कितना महान
दिल से…