गुलशन में फूलो का डेरा
ये हवा ये फ़िजा भवरे कलियाँ
गाते है गीत येशु तेरा
1. बाग़ो मे कोयल कूह कूह बोले
सुबह हर पंछी का दिल फिर डोले
भवंरा मचल कर राग सुनाए
कलियों का दिल फिर कैसे लुभाए
3. झर झर – झर झर झरने बहते
नीले आसमां को लिए साथ ही रहते
पक्षी ये सारे सर को झुकाते
तेरी ही रचना तुझे ही लुभाते
3. बाग़ो मे कोयल कूह कूह बोले
सुबह हर पंछी का दिल फिर डोले
भवंरा मचल कर राग सुनाए
कलियों का दिल फिर कैसे लुभाए
4. झर झर – झर झर झरने बहते
नीले आसमां को लिए साथ ही रहते
पक्षी ये सारे सर को झुकाते
तेरी ही रचना तुझे ही लुभाते
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