आया रे …
फिर वही मौसम झूमता मौसम आया रे … हो
चमका रे फिर वही तारा, पूरब में चमका रे
लाई बड़े दिन का सन्देश, ठंडी ठंडी हवा
जागो रे सोने वालो, जागो आकाश धरा
जन्मा है….
जन्मा है मुक्तिदाता, येशु जन्मा है प्यारे
दिल की चरनी मे आज लेने दो उसे जनम
फिर तो इस घर कभी रौशनी होगी न कम
धरती पे …
आया एक साथी, गा उठे चाँद तारे